आज उसे उठ खड़े होने का अधिकार मिले!! एक दिन में कहाँ सिमटती वो…....…... आज उसे उठ खड़े होने का अधिकार मिले!! एक दिन में कहाँ सिमटती वो…....…...
संतोषी आदमी की भूख चींटी से छोटी होती है। संतोषी आदमी की भूख चींटी से छोटी होती है।
" फिर भला यदि वही सुत आपको बोझ नहीं समझेगा तो कलजुगी मानुष का धर्म कैसे पूर्ण होगा? " " फिर भला यदि वही सुत आपको बोझ नहीं समझेगा तो कलजुगी मानुष का धर्म कैसे पूर्ण हो...
सुबह 7 बजे से स्वतंत्रता समारोह में बैठे बच्चे मंत्री जी का इंतजार कर रहे थे. वैसे उन्हे मंत्री जी स... सुबह 7 बजे से स्वतंत्रता समारोह में बैठे बच्चे मंत्री जी का इंतजार कर रहे थे. वै...
"छह मास निंद्रावस्था और छह मास रहे जागते। कैसे होता पुनः मिलन हमारा, तुम ठहरे दशग्रीवा "छह मास निंद्रावस्था और छह मास रहे जागते। कैसे होता पुनः मिलन हमारा, तुम ठहरे दश...
समय के साथ कदम मिलाकर चलें तो ज़िन्दगी ख़ूबसूरत नज़र आती है। समय के साथ कदम मिलाकर चलें तो ज़िन्दगी ख़ूबसूरत नज़र आती है।